8 रेलवे स्टेशनों के नाम बदले! Smriti Irani के आग्रह पर हुआ बड़ा फैसला, Akhilesh ने किया कटाक्ष

उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में 8 रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का फैसला लिया गया है। यह बदलाव केंद्रीय मंत्री और अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी के आग्रह पर किया गया। इन स्टेशनों को अब स्थानीय मंदिरों, संतों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम से जाना जाएगा। इस कदम को क्षेत्र की संस्कृति और धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।

हालांकि, इस फैसले पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने इसे राजनीतिक एजेंडा करार देते हुए तंज कसा है। आइए जानते हैं इस फैसले से जुड़ी हर जानकारी।

रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का उद्देश्य

नाम परिवर्तन क्यों किया गया?

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रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का मुख्य उद्देश्य स्थानीय सांस्कृतिक पहचान और धरोहर को संरक्षित करना है। इसके जरिए क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय समुदायों को गर्व की भावना देने का प्रयास किया गया है।

मुख्य उद्देश्य:

  • धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना: नए नाम स्थानीय मंदिरों और धार्मिक स्थलों से जुड़े हैं, जिससे पर्यटकों की संख्या बढ़ सकती है।
  • सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करना: यह कदम क्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करता है।
  • स्थानीय नायकों का सम्मान: स्वतंत्रता सेनानियों और महापुरुषों के नाम से स्टेशन का नामकरण उनके योगदान को याद करने का तरीका है।

Overview Table: बदले गए रेलवे स्टेशनों की जानकारी

पुराना नामनया नाम
कसिमपुर हॉल्टजाइस सिटी
जाइसगुरु गोरखनाथ धाम
बानीस्वामी परमहंस
मिसरौलीमां कालिका धाम
निहालगढ़महाराजा बिजली पासी
अकबरगंजमां अहोरवा भवानी धाम
वारिसगंजअमर शहीद भाले सुल्तान
फुरसतगंजतपेश्वरनाथ धाम

बदले गए स्टेशनों के पीछे की कहानी

1. कसिमपुर हॉल्ट से जाइस सिटी

कसिमपुर हॉल्ट का नाम बदलकर जाइस सिटी रखा गया क्योंकि यह स्टेशन कसिमपुर गांव से काफी दूर था। जाइस क्षेत्र में कई आश्रम और धार्मिक स्थल हैं, जिनमें गुरु गोरखनाथ आश्रम प्रमुख है।

2. जाइस से गुरु गोरखनाथ धाम

जाइस स्टेशन के पास स्थित गुरु गोरखनाथ आश्रम के कारण इसका नाम बदलकर गुरु गोरखनाथ धाम रखा गया।

3. बानी से स्वामी परमहंस

बानी स्टेशन के आसपास भगवान शिव और अन्य धार्मिक स्थलों की उपस्थिति के कारण इसे स्वामी परमहंस का नाम दिया गया।

4. मिसरौली से मां कालिका धाम

मिसरौली स्टेशन का नया नाम मां कालिका धाम रखा गया क्योंकि यहां देवी काली का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है।

5. निहालगढ़ से महाराजा बिजली पासी

यह क्षेत्र पासी समुदाय का गढ़ माना जाता है, जो कृषि और बेर उत्पादन में संलग्न हैं। महाराजा बिजली पासी उनके ऐतिहासिक नायक थे।

6. अकबरगंज से मां अहोरवा भवानी धाम

यहां भवानी माता का मंदिर स्थित होने के कारण इसे मां अहोरवा भवानी धाम नाम दिया गया।

7. वारिसगंज से अमर शहीद भाले सुल्तान

भाले सुल्तान ने 1857 की क्रांति में अंग्रेजों के खिलाफ वीरता दिखाई थी। उनके सम्मान में यह नाम रखा गया।

8. फुरसतगंज से तपेश्वरनाथ धाम

फुरसतगंज स्टेशन के आसपास भगवान शिव के कई मंदिर हैं, इसलिए इसे तपेश्वरनाथ धाम कहा गया।

इस फैसले पर राजनीतिक प्रतिक्रिया

स्मृति ईरानी का बयान

स्मृति ईरानी ने कहा, “यह निर्णय अमेठी की सांस्कृतिक पहचान और विरासत को संरक्षित करेगा। यह कदम ‘विरासत भी, विकास भी’ की सोच को दर्शाता है।”

अखिलेश यादव का तंज

समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने इसे राजनीतिक एजेंडा बताते हुए कहा कि “नाम बदलने से विकास नहीं होता, बल्कि रोजगार और सुविधाएं बढ़ाने की जरूरत है।”

इस फैसले का प्रभाव

सकारात्मक प्रभाव:

  • धार्मिक पर्यटन में वृद्धि होने की संभावना।
  • स्थानीय समुदायों में गर्व की भावना।
  • क्षेत्रीय इतिहास और संस्कृति को बढ़ावा।

नकारात्मक प्रभाव:

  • विपक्ष द्वारा इसे राजनीतिकरण बताया जा रहा है।
  • कुछ लोगों ने इसे अनावश्यक खर्च बताया।

FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1: रेलवे स्टेशनों के नाम क्यों बदले गए?

रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का उद्देश्य क्षेत्रीय सांस्कृतिक पहचान और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है।

Q2: क्या इससे यात्रियों पर कोई प्रभाव पड़ेगा?

यात्रियों को नए नामों के साथ परिचित होने में समय लग सकता है, लेकिन यह प्रक्रिया जल्द ही सामान्य हो जाएगी।

Q3: क्या यह बदलाव स्थायी है?

हाँ, यह बदलाव स्थायी है और सरकारी मंजूरी मिलने के बाद लागू किया जाएगा।

निष्कर्ष

अमेठी जिले में रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का निर्णय एक बड़ा कदम है जो क्षेत्रीय संस्कृति और इतिहास को संरक्षित करने की दिशा में उठाया गया है। हालांकि, इस पर राजनीतिक विवाद जारी है, लेकिन इसका उद्देश्य स्थानीय समुदायों और धार्मिक पर्यटन को लाभ पहुंचाना है।

Disclaimer:

यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। रेलवे स्टेशनों के नाम परिवर्तन से संबंधित आधिकारिक जानकारी सरकार द्वारा जारी अधिसूचना पर आधारित होगी।

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