Bank New Rule 2025: अब बैंकिंग के लिए सिर्फ 5 दिन का मिलेगा समय, ये होंगे नए नियम

फरवरी 2025 से बैंकिंग क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहे हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट 2025 पेश किया जाएगा, और इसके साथ ही, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) बैंकिंग सिस्टम में कई नए नियम लागू करेगा[1]। इन बदलावों का उद्देश्य डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना, बैंकिंग फ्रॉड से बचाना और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना है[1]। इन परिवर्तनों में एटीएम से नकदी निकालने के शुल्क में बदलाव, ब्याज दरों में संशोधन, न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकताएं, और डिजिटल बैंकिंग सेवाओं में विस्तार शामिल हैं[1][2]. इसके अतिरिक्त, बैंक कर्मचारियों के लिए एक संभावित राहत के रूप में, बैंकों में 5 दिन का कार्य सप्ताह शुरू करने पर विचार किया जा रहा है, जिससे शाखाओं के खुलने और बंद होने के समय में बदलाव हो सकता है[6]।

इन सभी परिवर्तनों का सीधा असर बैंक खाताधारकों और आम जनता पर पड़ेगा[2][3]। इसलिए, इन नए नियमों और संभावित बदलावों के बारे में जानना महत्वपूर्ण है ताकि आप अपनी बैंकिंग आवश्यकताओं को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकें। इस लेख में, हम फरवरी 2025 से होने वाले इन सभी बदलावों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

बजट 2025 और बैंकिंग क्षेत्र

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बजट 2025 में बैंकिंग क्षेत्र के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं होने की उम्मीद है[1][3]। इनमें से एक महत्वपूर्ण घोषणा बैंकों में 5 दिन का कार्य सप्ताह शुरू करने से संबंधित हो सकती है[6]। यदि सरकार इस प्रस्ताव को मंजूरी देती है, तो बैंक कर्मचारियों को सप्ताह में दो दिन का अवकाश मिलेगा, जिससे उनके काम के जीवन में संतुलन बेहतर होगा[6]। हालांकि, इसका मतलब यह भी होगा कि बैंक शाखाओं के खुलने और बंद होने के समय में बदलाव होगा, जिससे ग्राहकों को अपनी बैंकिंग आवश्यकताओं के अनुसार योजना बनानी होगी।

ATM Cash Withdrawal में बदलाव

1 फरवरी 2025 से, ATM से नकदी निकालने के शुल्क में बदलाव हो सकता है[1][3]। RBI के नए नियमों के अनुसार, ग्राहक महीने में केवल 3 बार ही मुफ्त में ATM से नकदी निकाल सकेंगे[1][3]। इसके बाद, प्रत्येक लेनदेन पर 25 रुपये का शुल्क लगाया जाएगा, जबकि पहले यह शुल्क 20 रुपये था[1][3]। यदि आप किसी दूसरे बैंक के ATM से पैसे निकालते हैं, तो आपको 30 रुपये का शुल्क देना होगा[1]. इसके अतिरिक्त, एक दिन में ATM से निकालने की अधिकतम सीमा 50,000 रुपये है[1]।

Interest Rate में बदलाव

भारतीय स्टेट बैंक (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और अन्य बैंकों द्वारा बचत खातों पर दी जाने वाली ब्याज दरों में बदलाव किया जा सकता है[1]। उम्मीद है कि 1 फरवरी से बचत खाते पर ब्याज दर 3% से बढ़कर 3.5% हो जाएगी[1]। वरिष्ठ नागरिकों को बचत खाते पर 0.5% का अतिरिक्त लाभ मिलेगा[1][5]।

Minimum Balance में बदलाव

1 फरवरी से, बैंकों द्वारा निर्धारित न्यूनतम बैलेंस की राशि में भी बदलाव किया जाएगा[1]। खाताधारकों को अपने बचत खाते में एक निश्चित न्यूनतम राशि रखनी होगी, अन्यथा उन्हें जुर्माना देना पड़ सकता है[1]। उदाहरण के लिए, SBI में न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता 3,000 रुपये से बढ़कर 5,000 रुपये हो सकती है, PNB में यह 1,000 रुपये से बढ़कर 3,500 रुपये हो सकती है, और केनरा बैंक में यह 1,000 रुपये से बढ़कर 2,500 रुपये हो सकती है[1]।

Digital Banking Services में विस्तार

RBI डिजिटल बैंकिंग सेवाओं को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है[1]। 1 फरवरी से, ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग से जुड़ी सुविधाओं में विस्तार किया जाएगा[1]। नई सेवाओं को जोड़ा जा सकता है जिससे सुरक्षित और तेजी से लेनदेन किया जा सके[1]। उपयोगकर्ताओं को डिजिटल रूप से भुगतान करने पर कैशबैक और अन्य लाभ मिल सकते हैं[1]।

Kotak Mahindra Bank के नियमों में बदलाव

कोटक महिंद्रा बैंक ने अपने ग्राहकों को सूचित किया है कि 1 फरवरी 2025 से ATM लेनदेन की सीमा और कुछ बैंकिंग सेवाओं पर शुल्क में बदलाव होगा[1][7]। बैंक विभिन्न प्रकार की बैंकिंग सेवाओं के लिए अलग-अलग शुल्क निर्धारित करेगा[1][7]।

UPI Transaction में बदलाव

1 फरवरी 2025 से UPI (Unified Payments Interface) लेनदेन से जुड़े कुछ नियम बदल जाएंगे[2][3][4]। इन बदलावों का उद्देश्य UPI को और अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाना है। हालांकि, इन बदलावों के बारे में विस्तृत जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं है।

Commercial Gas Cylinder की कीमतों में कटौती

फरवरी 2025 से कमर्शियल गैस सिलेंडरों की कीमतों में कटौती की गई है[2]। यह बदलाव व्यवसायों और उद्योगों को राहत प्रदान करेगा।

Maruti Suzuki की गाड़ियों की कीमतों में बढ़ोतरी

फरवरी 2025 से मारुति सुजुकी ने अपनी गाड़ियों की कीमतों में बढ़ोतरी की है[2]। यह बदलाव ऑटोमोबाइल खरीदने वाले ग्राहकों को प्रभावित करेगा।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए TDS में बदलाव

सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज पर TDS (Tax Deducted at Source) की सीमा को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1,00,000 रुपये कर दिया है[5]। इसका मतलब है कि अब वरिष्ठ नागरिकों को बैंक FD (Fixed Deposit) से अधिक लाभ मिलेगा और TDS कटौती का डर भी कम होगा[5]।

यदि आप बैंक FD में निवेश करते हैं और वह FD किसी बुजुर्ग के नाम से की जाती है, तो आपको अतिरिक्त लाभ मिलेगा[5]। उदाहरण के तौर पर, यदि आप खुद के नाम पर ₹3,00,000 का निवेश करते हैं और उस पर 7% ब्याज मिलता है, तो आपको ₹69,432 की कमाई होगी, जिस पर TDS कटौती होगी[5]। हालांकि, अगर आप यह FD किसी बुजुर्ग के नाम से कराते हैं, तो आपको बैंक से 0.5% अधिक ब्याज मिलेगा[5]। इस प्रकार, आपके ₹3,00,000 के निवेश पर 7.5% ब्याज मिलेगा, जिससे ₹74,915 की कमाई होगी, और उस पर कोई TDS कटौती नहीं होगी[5]।

अन्य महत्वपूर्ण TDS फैसले

आम बजट (Budget 2025) में सरकार ने कुछ और अहम फैसले भी लिए हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों के निवेशकों और व्यवसायियों को फायदा पहुंचा सकते हैं[5]। इनमें शामिल हैं:

  1. प्रतिभूतियों में निवेश से प्राप्त ब्याज पर TDS की सीमा ₹10,000[5]।
  2. स्टॉक्स या म्यूचुअल फंड्स से प्राप्त लाभांश पर TDS छूट[5]। पहले यह सीमा ₹5,000 थी, जिसे अब बढ़ाकर ₹10,000 कर दिया गया है[5]।
  3. बीमा एजेंटों के कमीशन पर TDS की सीमा ₹20,000[5]। बीमा एजेंटों के लिए यह सीमा ₹15,000 से बढ़ाकर ₹20,000 कर दी गई है[5]।
  4. ब्रोकरेज कमीशन पर TDS की सीमा ₹20,000[5]। ब्रोकरेज फर्मों और उनके द्वारा अर्जित कमीशन पर TDS की सीमा ₹15,000 से बढ़ाकर ₹20,000 कर दी गई है[5]।
  5. तकनीकी सेवाओं पर TDS की सीमा ₹50,000[5]। तकनीकी सेवा देने वालों के लिए भी TDS की सीमा ₹30,000 से बढ़ाकर ₹50,000 कर दी गई है[5]।

Bank 5 Days Working: बैंकों में 5 दिन का कार्य सप्ताह

बैंक कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खबर है कि सरकार बैंकों में 5 दिन का कार्य सप्ताह शुरू करने पर विचार कर रही है[6]। यदि यह प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो बैंक कर्मचारियों को सप्ताह में 2 दिन की छुट्टी मिलेगी[6]। इससे उनके काम के जीवन में संतुलन बेहतर होगा और वे अपने परिवार और निजी जीवन पर अधिक ध्यान दे पाएंगे[6]।

हालांकि, बैंकों में 5 दिन का कार्य सप्ताह शुरू होने से ग्राहकों को कुछ असुविधा हो सकती है[6]। बैंक शाखाओं के खुलने और बंद होने के समय में बदलाव होगा, जिससे ग्राहकों को अपनी बैंकिंग आवश्यकताओं के अनुसार योजना बनानी होगी[6]। इसके अतिरिक्त, कुछ बैंक शाखाएं सप्ताहांत में बंद रहेंगी, जिससे ग्राहकों को नकदी निकालने और अन्य बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करने में कठिनाई हो सकती है[6]।

बैंक शाखा खुलने और बंद होने के समय में बदलाव

यदि बैंकों में 5 दिन का कार्य सप्ताह शुरू होता है, तो बैंक शाखाओं के खुलने और बंद होने के समय में बदलाव होगा[6]। बैंक शाखाएं सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुली रह सकती हैं[6]। हालांकि, यह समय अलग-अलग बैंकों और शाखाओं के लिए अलग-अलग हो सकता है[6]। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी स्थानीय बैंक शाखा से संपर्क करके खुलने और बंद होने के समय की पुष्टि कर लें[6]।

Overview of New Banking Rules

नियमविवरण
ATM से नकद निकासी शुल्कमहीने में 3 मुफ्त निकासी के बाद प्रत्येक लेनदेन पर ₹25 का शुल्क। अन्य बैंकों के ATM से निकासी पर ₹30 का शुल्क।
बचत खाते पर ब्याज दर3% से बढ़कर 3.5% होने की उम्मीद। वरिष्ठ नागरिकों को 0.5% का अतिरिक्त लाभ।
न्यूनतम बैलेंसSBI में ₹5,000, PNB में ₹3,500, केनरा बैंक में ₹2,500 तक बढ़ सकता है।
डिजिटल बैंकिंग सेवाएंऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग में नई सुविधाओं का विस्तार। सुरक्षित और तेज़ लेनदेन के लिए सुधार। कैशबैक और अन्य प्रोत्साहन।
कोटक महिंद्रा बैंकATM लेनदेन और बैंकिंग सेवाओं पर शुल्क में बदलाव।
UPI लेनदेननियमों में बदलाव की उम्मीद, विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
TDS सीमावरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹50,000 से बढ़कर ₹1,00,000।
5 दिन का कार्य सप्ताहबैंकों में 5 दिन का कार्य सप्ताह की संभावना, शाखा समय में बदलाव।

निष्कर्ष

फरवरी 2025 से बैंकिंग क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहे हैं[1][2]। इन बदलावों का उद्देश्य डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना, बैंकिंग फ्रॉड से बचाना और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना है[1]। ग्राहकों को इन बदलावों के बारे में जागरूक रहना चाहिए और अपनी बैंकिंग आवश्यकताओं को इन नए नियमों के अनुसार समायोजित करना चाहिए[2][3]।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों से प्राप्त की गई है[1][2][3][4][5][6][7]। यह जानकारी 1 फरवरी, 2025 तक उपलब्ध जानकारी पर आधारित है। हालांकि, यह संभव है कि कुछ नियम और नीतियां बदल जाएं। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले अपने बैंक या वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें। इसके अतिरिक्त, बैंकों में 5 दिन का कार्य सप्ताह शुरू करने का प्रस्ताव अभी विचाराधीन है, और यह संभव है कि सरकार इस प्रस्ताव को मंजूरी न दे।

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