आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स एक दो साल का डिप्लोमा कोर्स है, जिसमें छात्रों को इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स की स्थापना, मरम्मत और रखरखाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। यह कोर्स इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के मूलभूत सिद्धांतों और प्रैक्टिकल कौशल पर केंद्रित होता है। आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र इलेक्ट्रिकल ट्रेड में विभिन्न प्रकार की नौकरियों के लिए योग्य हो जाते हैं।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स में प्रवेश लेने के लिए 10वीं कक्षा पास करना आवश्यक है। इस कोर्स के दौरान छात्रों को इलेक्ट्रिकल थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों का ज्ञान दिया जाता है, जिससे वे वास्तविक दुनिया में इलेक्ट्रिकल समस्याओं का समाधान कर सकें।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स की मांग भारत में बहुत अधिक है, क्योंकि निर्माण कार्य और इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स की स्थापना में तेजी से वृद्धि हो रही है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र प्राइवेट और सरकारी क्षेत्र में नौकरी के अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स की मुख्य जानकारी
विवरण | विस्तार |
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कोर्स की अवधि | 2 साल |
सेमेस्टर | 4 सेमेस्टर |
प्रवेश योग्यता | 10वीं पास |
कोर्स प्रकार | डिप्लोमा |
कोर्स का उद्देश्य | इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स की स्थापना, मरम्मत और रखरखाव |
नौकरी के अवसर | प्राइवेट और सरकारी क्षेत्र में इलेक्ट्रिकल ट्रेड में |
वेतन सीमा | प्राइवेट क्षेत्र में 15,000 से 20,000 रुपये प्रति माह, सरकारी क्षेत्र में 25,000 से 30,000 रुपये प्रति माह |
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स का पाठ्यक्रम
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स का पाठ्यक्रम चार सेमेस्टर में विभाजित होता है, जिसमें इलेक्ट्रिकल थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों का समावेश होता है। प्रत्येक सेमेस्टर में विभिन्न विषयों को शामिल किया जाता है, जो छात्रों को इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के मूलभूत सिद्धांतों से परिचित कराते हैं।
सेमेस्टर 1
- व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य
- सॉफ्ट स्किल्स
- बिजली (इलेक्ट्रिसिटी): प्रतिरोध, सोल्डर, फ्लक्स
- कंडक्टर, इंसुलेटर और सेमी-कंडक्टर
- किरचॉफ का नियम
- इलेक्ट्रोलीज़
- प्रकोष्ठों (सेल्स)
- चुंबकत्व (मैग्नेटिज्म)
- प्रत्यावर्ती धारा (एसी)
- ग्राउंडिंग (अर्थिंग)
- बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स
सेमेस्टर 4
- मशीन नियंत्रण कैबिनेट
- नियंत्रण तत्व
- घरेलू उपकरण
- विद्युत उत्पादन
- हाइड्रो इलेक्ट्रिक
- नाभिकीय
- विद्युत शक्ति का संचरण
- अंडर ग्राउंड केबल
- शक्ति का वितरण
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स में विषय
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स में मुख्य रूप से निम्नलिखित विषय शामिल हैं:
- इलेक्ट्रीशियन ट्रेड थ्योरी: इसमें इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स के मूलभूत सिद्धांतों की जानकारी दी जाती है।
- इलेक्ट्रीशियन ट्रेड प्रैक्टिकल: इसमें छात्रों को विभिन्न इलेक्ट्रिकल उपकरणों की मरम्मत और स्थापना का प्रशिक्षण दिया जाता है।
- वर्कशॉप कैलकुलेशन और साइंस: इसमें छात्रों को वर्कशॉप में उपयोग होने वाले गणितीय और वैज्ञानिक सिद्धांतों की जानकारी दी जाती है।
- इंजीनियरिंग ड्राइंग: इसमें छात्रों को इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स के डिजाइन और ड्राइंग बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता है।
- रोजगार कौशल: इसमें छात्रों को नौकरी पाने के लिए आवश्यक कौशल जैसे कि साक्षात्कार कौशल और संचार कौशल की जानकारी दी जाती है।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स के बाद नौकरी के अवसर
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र विभिन्न प्रकार की नौकरियों के लिए योग्य हो जाते हैं। कुछ प्रमुख नौकरी के अवसर निम्नलिखित हैं:
- मेंटेनेंस इलेक्ट्रीशियन: मौजूदा इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स की देखरेख और मरम्मत करना।
- इंस्टॉलेशन टेक्नीशियन: इलेक्ट्रिकल उपकरणों की स्थापना करना।
- लाइन इंस्पेक्टर: नई और मौजूदा इलेक्ट्रिकल लाइनों की जांच और रखरखाव करना।
- वायरमैन: वायरिंग और इलेक्ट्रिकल फिटिंग्स की स्थापना और रखरखाव करना।
- इलेक्ट्रिकल सुपरवाइजर: इलेक्ट्रिकल प्रोजेक्ट्स के प्रबंधन में मदद करना।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स के बाद वेतन
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स को पूरा करने के बाद छात्रों को प्राइवेट और सरकारी क्षेत्र में नौकरी के अवसर मिलते हैं। प्राइवेट क्षेत्र में शुरुआती वेतन 15,000 से 20,000 रुपये प्रति माह हो सकता है, जबकि सरकारी क्षेत्र में यह 25,000 से 30,000 रुपये प्रति माह हो सकता है।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स के लाभ
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स करने के कई लाभ हैं:
- तकनीकी कौशल: छात्रों को इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स के मूलभूत सिद्धांतों और प्रैक्टिकल कौशल की जानकारी मिलती है।
- नौकरी के अवसर: प्राइवेट और सरकारी क्षेत्र में नौकरी के अवसर मिलते हैं।
- वेतन: अच्छा वेतन मिलता है।
- व्यक्तिगत विकास: छात्रों को संचार और साक्षात्कार कौशल की जानकारी मिलती है।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स में प्रवेश लेने के लिए 10वीं कक्षा पास करना आवश्यक है। इसके अलावा, छात्रों को इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में रुचि होनी चाहिए और वे तकनीकी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हों।
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स के बाद आगे की पढ़ाई
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में लेटरल एंट्री ले सकते हैं। इसके अलावा, वे सीआईटीएस (क्राफ्ट्समैन ट्रेनिंग स्कीम) कोर्स भी कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स एक दो साल का डिप्लोमा कोर्स है जो छात्रों को इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स की स्थापना, मरम्मत और रखरखाव के बारे में विस्तार से जानकारी देता है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र प्राइवेट और सरकारी क्षेत्र में नौकरी के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स करने के कई लाभ हैं, जैसे कि तकनीकी कौशल, नौकरी के अवसर, अच्छा वेतन और व्यक्तिगत विकास।
Disclaimer: आईटीआई इलेक्ट्रीशियन कोर्स एक वास्तविक और मान्यता प्राप्त कोर्स है जो भारत में विभिन्न आईटीआई संस्थानों द्वारा प्रदान किया जाता है। यह कोर्स छात्रों को इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए आवश्यक |