Registry New Rule 2025: अब 12 साल बाद जमीन की रजिस्ट्री होगी बेकार, तुरंत करें ये काम

भारत में जमीन और संपत्ति की रजिस्ट्री एक महत्वपूर्ण कानूनी प्रक्रिया है, जो संपत्ति के स्वामित्व को सुनिश्चित करती है। हाल ही में, सरकार ने इस प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और सरल बनाने के लिए कई बड़े बदलाव किए हैं। ये नए नियम 1 जनवरी 2025 से लागू हो गए हैं और इनमें डिजिटल रजिस्ट्रेशन, आधार लिंकिंग, वीडियो रिकॉर्डिंग, और ऑनलाइन फीस भुगतान जैसे प्रमुख बदलाव शामिल हैं।

एक महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि अब जमीन रजिस्ट्री की वैधता 12 वर्षों के बाद समाप्त हो सकती है, जिसका अर्थ है कि यदि रजिस्ट्री को 12 साल के भीतर अपडेट नहीं किया जाता है, तो वह मान्य नहीं मानी जाएगी। यह नियम जमीन विवादों को कम करने और संपत्ति के रिकॉर्ड को अद्यतन रखने में मदद करेगा।

जमीन रजिस्ट्री के नए नियम 2025: विस्तृत विवरण

विशेषताविवरण
डिजिटल रजिस्ट्रेशनसभी दस्तावेज ऑनलाइन जमा होंगे। रजिस्ट्रार ऑफिस जाने की जरूरत नहीं होगी।
आधार लिंकिंगबायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के जरिए फर्जीवाड़ा रोका जाएगा। संपत्ति का रिकॉर्ड आधार से जुड़ेगा।
वीडियो रिकॉर्डिंगरजिस्ट्री की प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी।
ऑनलाइन फीस भुगतानसभी शुल्क ऑनलाइन जमा किए जा सकेंगे।
रजिस्ट्री की वैधता12 वर्षों के बाद रजिस्ट्री को अपडेट नहीं करने पर वह मान्य नहीं होगी।

आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड: सभी पक्षों के लिए अनिवार्य।
  • पैन कार्ड: आयकर नियमों के तहत आवश्यक।
  • फोटो पहचान पत्र: वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस।
  • संपत्ति के दस्तावेज: संपत्ति के मालिकाना हक के दस्तावेज़।

जमीन रजिस्ट्री प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कदम

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सरकार ने जमीन रजिस्ट्री प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं:

  • ऑनलाइन पोर्टल: सभी आवेदन ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किए जा सकते हैं।
  • ई-स्टांपिंग: स्टांप शुल्क का ऑनलाइन भुगतान।
  • डिजिटल सिग्नेचर: ई-साइन के माध्यम से दस्तावेजों पर हस्ताक्षर।
  • तुरंत डिजिटल सर्टिफिकेट: रजिस्ट्री के बाद तुरंत डिजिटल सर्टिफिकेट मिलेगा।

12 वर्ष बाद रजिस्ट्री की वैधता समाप्त होने का क्या अर्थ है?

12 वर्षों के बाद रजिस्ट्री की वैधता समाप्त होने का मतलब है कि यदि रजिस्ट्री को अपडेट नहीं किया जाता है, तो वह मान्य नहीं मानी जाएगी। यह नियम जमीन विवादों को कम करने और संपत्ति के रिकॉर्ड को अद्यतन रखने में मदद करेगा। इसके लिए संपत्ति मालिकों को समय-समय पर अपनी रजिस्ट्री को अपडेट करना होगा।

निष्कर्ष

जमीन रजिस्ट्री के नए नियम 2025 ने इस प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और सरल बना दिया है। डिजिटल रजिस्ट्रेशन और आधार लिंकिंग जैसे बदलाव धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेंगे। 12 वर्षों के बाद रजिस्ट्री की वैधता समाप्त होने का नियम जमीन विवादों को कम करने में सहायक होगा। इन नियमों का पालन करके आप अपनी संपत्ति के रिकॉर्ड को अद्यतन रख सकते हैं।

Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी कानूनी या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। जमीन रजिस्ट्री के नियमों में बदलाव के बारे में विशिष्ट जानकारी के लिए संबंधित सरकारी विभाग या कानूनी विशेषज्ञ से संपर्क करना उचित होगा।

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