सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली भारतीय क्रिकेट के दो सबसे महान खिलाड़ी हैं। सचिन तेंदुलकर को “क्रिकेट का भगवान” कहा जाता है, जबकि विराट कोहली को आधुनिक युग का महान बल्लेबाज माना जाता है। दोनों खिलाड़ियों के बीच की एक मजेदार घटना आज भी क्रिकेट प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय है। यह घटना 2008 की है, जब विराट कोहली ने सचिन तेंदुलकर के सामने एक मजेदार प्रैंक का सामना किया था। इस लेख में हम इस घटना के बारे में विस्तार से जानेंगे और यह भी देखेंगे कि कैसे यह घटना विराट कोहली के क्रिकेट करियर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई।
सचिन के पैरों में गिर पड़े कोहली: 16 साल पुरानी घटना
विराट कोहली ने हाल ही में एक इवेंट में अपने पहले अनुभव के बारे में बताया, जब उन्होंने सचिन तेंदुलकर से पहली बार मुलाकात की थी। यह घटना 2008 में हुई थी, जब भारत और इंग्लैंड के बीच एक सीरीज चल रही थी। उस समय विराट कोहली एक नए खिलाड़ी थे और सचिन तेंदुलकर उनके आदर्श थे। इस मुलाकात के दौरान कुछ मजेदार घटनाएं हुईं जो आज भी विराट कोहली को याद हैं।
घटना का विवरण
विराट ने बताया कि जब वह पहली बार सचिन से मिले, तो उन्होंने अपने साथी खिलाड़ियों द्वारा एक प्रैंक का शिकार हो गए। उनके साथी खिलाड़ियों ने उन्हें बताया कि नए खिलाड़ियों को सचिन के सामने झुकना चाहिए और उनके पैर छूने चाहिए। विराट ने बिना सोचे-समझे इस पर विश्वास कर लिया और सचिन के सामने झुक गए। लेकिन सचिन ने तुरंत उन्हें रोक दिया और कहा कि यह सब एक मजाक था।इस घटना ने विराट कोहली को न केवल शर्मिंदा किया बल्कि उन्हें टीम के ड्रेसिंग रूम की संस्कृति से भी परिचित कराया। विराट ने बताया कि इस प्रैंक के पीछे इरफान पठान और मुनाफ पटेल जैसे खिलाड़ियों का हाथ था, जिन्होंने उन्हें इस मजाक में फंसाया था।
घटना | विवरण |
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तारीख | 2008 |
स्थान | भारत (इंग्लैंड सीरीज) |
मुख्य पात्र | विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर |
प्रैंक करने वाले | इरफान पठान, मुनाफ पटेल |
मुख्य संदेश | नए खिलाड़ियों का सम्मान करना |
परिणाम | विराट की शर्मिंदगी और हंसी |
विराट का अनुभव
विराट ने इस घटना को याद करते हुए कहा, “मैं तो पैरों में गिर गया, मैंने कहा करना पड़ता होगा। तो वो पीछे हट रहे थे, ‘ये क्या कर रहा है तू?’ मैं उन्हें भी नहीं बोल पा रहा था कि पाजी कहा गया है करना पड़ता है यहाँ पे।” यह घटना न केवल विराट के लिए एक मजेदार अनुभव थी, बल्कि उन्होंने इसे अपने करियर की शुरुआत में एक महत्वपूर्ण सबक भी माना।
सचिन का प्रभाव
सचिन तेंदुलकर भारतीय क्रिकेट का एक ऐसा नाम हैं जो हर क्रिकेट प्रेमी के दिल में बसता है। उनकी उपलब्धियां और रिकॉर्ड्स अद्वितीय हैं। विराट ने हमेशा सचिन की तारीफ की है और उन्हें अपना आदर्श माना है। सचिन की प्रेरणा से ही विराट ने अपने खेल में सुधार किया और आगे बढ़े।
क्रिकेट की दुनिया में दोनों का स्थान
सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाए हैं, जो आज तक किसी भी खिलाड़ी द्वारा नहीं तोड़ा गया है। वहीं, विराट कोहली भी अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का दिल जीतते आए हैं और वह सचिन के रिकॉर्ड्स को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।विराट कोहली अब तक 80 अंतरराष्ट्रीय शतक बना चुके हैं और वह सचिन के रिकॉर्ड के करीब पहुंच रहे हैं। दोनों खिलाड़ियों की तुलना अक्सर होती है, लेकिन विराट हमेशा कहते हैं कि सचिन उनके लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
निष्कर्ष
विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर की यह मजेदार घटना न केवल क्रिकेट प्रेमियों के लिए मनोरंजन का विषय है, बल्कि यह दिखाती है कि कैसे क्रिकेट की दुनिया में दोस्ती और सम्मान का महत्व होता है। विराट ने इस प्रैंक को याद करते हुए अपनी हंसी-मजाक वाली शैली से सभी को खुश किया है।
Disclaimer: यह लेख सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के बीच हुई एक मजेदार घटना पर आधारित है। यह वास्तविकता पर आधारित है और क्रिकेट प्रेमियों के लिए मनोरंजन प्रदान करता है। ऐसे किस्से अक्सर खिलाड़ियों की जिंदगी में होते हैं जो उनके करियर को रंगीन बनाते हैं।